Saturday, March 3, 2012

आज मै शुद्धीत हूँ |


बहुत दिनोंमें आज मै शुद्धीत हूँ,
होश है पुरा मुझे, चड्डीत हूँ |

रातमें कल की हुआ था झोल थोडा,
आया किडा, केला नरड्याचा बोळ ओला,
चोळला झंडू, पिळला लिंबू, सद्दीत हूँ
बहुत दिनोंमे आज मै शुद्धीत हूँ.......

ना माशूक मेरी डॉट डॉट आहे, बॉस भी नहीं बीप बीप
माजही convert  झाला, औकात भी हुई है zip
घ्या मला, मारा माझी, आपकी मुठ्ठीमें हूँ
बहुत दिनोंमें आज मै शुद्धीत हूँ |
  
मानता हूँ गुलजार सबका बाप है  
गालीबशी तुलना करू, क्या मेरी औकात है |
'धार' गेली, 'तार' गेली, खालच्या पट्टीत हूँ
बहुत दिनोंमें आज मै शुद्धीत हूँ  |

वचन माझे क्रांतीचे और बोलबच्चन रातके
एक मेमो, और हातमें आ जाती है फाटके
घबरा घबराकेही सबकी गट्टीत हूँ
बहुत दिनोंमें आज मै शुद्धीत हूँ |

                                          अमोल जोशी.